মঙ্গলবার, ২৮ সেপ্টেম্বর, ২০২১

जर्मनी चुनाव: मर्केल की रफ्तार रोकेगी 'ट्रैफिक लाइट'? गठबंधन का जोड़-तोड़ शुरू

बर्लिन जर्मनी के संसदीय चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि स्थिर सरकार बनाने के लिए कम से कम तीन पार्टियों के गठबंधन की जरूरत होगी। एंजेला मर्केल करीब 16 साल से जर्मन चांसलर के पद पर बनी रही हैं और हालिया चुनाव में एक वक्त ऐसा आ रहा था जब माना जा रहा था कि शायद उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल देश में तीन ऐसे गठबंधन दिख रहे हैं, जिनके पाले में सत्ता आ सकती है। 'ट्रैफिक लाइट' जानकारों का मानना है कि सरकार में आने की सबसे ज्यादा संभावना 'ट्रैफिक लाइट' गठबंधन की है। इसमें सोशल डेमोक्रैट (लाल), फ्री डेमोक्रैट्स पार्ट (पीली) और ग्रीन पार्टी है। FDP को SPD और ग्रीन्स से आर्थिक मामलों में काफी ज्यादा दक्षिणपंथी माना जाता है लेकिन हो सकता है कि सरकार में वित्त मंत्रालय मिलने पर वे सरकार बनाने को राजी हो जाएं। FDP फ्री लिबरल मार्केट की वकालत करती है। 'जमैका' दूसरा मौका है चांसलर मर्केल की दक्षिणपंथी CDU/CSU यूनियन ब्लॉक (काली) पार्टी के साथ मिलकर FDP और ग्रीन्स के गठबंधन का। इस गठबंधन की स्थिति में मर्केल की पार्टी के ही नेतृत्व में रहने की संभावना होगी। 'केन्या' CDU/CSU अगर सोशल डेमोक्रैट्स के नेतृत्व में काम करने को तैयार होती है तो SPD और ग्रीन्स के साथ मिलकर भी सरकार बना सकती है। SPD अभी तक मर्केल की सरकार में जूनियर पद पर रहने से इनकार करती रही है। वहीं गठबंधन के नाम उनकी पार्टियों को दिखाने वाले रंगों से बने चिन्ह या झंडे के आधार पर रखे जाते हैं। क्रिसमस तक रहेंगी मर्केल अभी एक चीज स्‍पष्‍ट है कि एंजेला मर्केल अभी गठबंधन बनने तक अपने पद पर रह सकती हैं और ऐसा क्रिसमस तक चल सकता है। एंजेला मर्केल के उत्‍तराधिकारी के पास अगले चार साल तक अब यूरोप की इससे सबसे मजबूत अर्थव्‍यवस्‍था को गति देने का जिम्‍मा होगा। यही नहीं जलवायु परिर्वतन मतदाताओं के एजेंडे में सबसे ऊपर है।


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