বৃহস্পতিবার, ৭ অক্টোবর, ২০২১

चीनी सेना पर हिमालय में 'जंग' पड़ी भारी, बीमारियों से तड़प रहे सैनिक, सबसे बड़े कमांडर की मौत

पेइचिंग पूर्वी लद्दाख में भारतीय जमीन पर कब्‍जा करने की हसरत रखने वाले चीनी राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग को उनका यह सपना बहुत भारी पड़ रहा है। चीन की पीपुल्‍स लिबरेशन आर्मी ने पूर्वी लद्दाख में वास्‍तविक नियंत्रण रेखा पर करीब 50 हजार सैनिक तैनात कर रखे हैं। लद्दाख की भीषण ठंड और कम ऑक्‍सीजन अब चीनी सैनिकों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। वे पेट से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं। इसी बीमारी की चपेट में आने से चीनी सेना के सबसे बड़े पश्चिमी थिएटर कमांड के कमांडर रहे झांग जुडोंग की मौत हो गई है। वह मात्र 6 महीने ही लद्दाख की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को झेल पाए। चीन के चर्चित अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्‍ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अभी कुछ महीने पहले ही पीएलए कमांडर झांग ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया था। अखबार ने कहा कि झांग जुडोंग को पेट के साथ कैंसर की बीमारी से भी जूझना पड़ रहा था। आलम यह है क‍ि पिछले नौ महीने में तीन बार चीन को अपने वेस्टर्न थिएटर कमांड के कमांडर को बदलना पड़ा है। चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वेस्टर्न कमांड का मुख्यालय तिब्बत में स्थित है। चीनी सेना की यही कमांड भारत के लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैले लाइन ऑफ कंट्रोल (LaC) पर तैनात हैं। चीनी राष्‍ट्रपति के पसंदीदा थे जनरल झांग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पहले जून महीने में जनरल झांग की जगह पर इस पद पर जनरल शू क्यूलिंग को तैनात किया था। वहीं दो महीने बाद ही वेस्टर्न थिएटर कमांड की जिम्मेदारी जनरल वांग हैजियांग को सौंप दी गई। दिसंबर 2020 में जनरल झांग जुडोंग को कमांडर बनाया गया था। दो सैन्‍य सूत्रों ने बताया कि जनरल झांग जुडोंग 58 साल के थे और गत एक अक्‍टूबर को उनकी मौत हो गई। जून महीने में अपने पद से हटते समय जनरल झांग ने कोई कारण नहीं बताया था। चीनी सेना के एक सूत्र ने कहा कि जनरल झांग और शू दोनों ही उभरते हुए सितारे की तरह से थे। वे चीनी राष्‍ट्रपति के पसंदीदा जनरल थे और शी जिनपिंग उन पर बहुत ज्‍यादा भरोसा करते थे। पूर्वी लद्दाख से हटने के बाद जनरल झांग को सीएमसी में रणनीतिक योजना कम‍िटी में भूमिका दी गई थी। इस बीच एक सैन्‍य सूत्र ने कहा कि भारत से लगे पश्चिमी थिएटर कमांड में तैनात सैनिकों और कमांडरों के स्‍वास्‍थ्‍य और तंदुरुस्ती को लेकर काफी चिंता है। उन्‍होंने कहा कि जनरल झांग की जहां मौत हो गई है, वहीं उनके बाद कमांडर बनाए गए जनरल शू भी बीमार चल रहे हैं। चीनी सूत्र ने कहा, 'जनरल शू भी पेट की बीमारी से जूझ रहे हैं। इसी वजह से उन्‍होंने पश्चिमी थिएटर कमांड का कमांडर बनाए जाने के मात्र दो महीने बाद ही अपने पद से इस्‍तीफ दे दिया।' 'अग्रिम मोर्चे पर तैनात वरिष्‍ठ सैन्‍य अधिकारी बीमारियों से जूझ रहे' इस बीच चीन के यूआन वांग मिल‍िट्री साइंस एंड टेक्‍नॉलजी इंस्‍टीट्यूट के एक शोधकर्ता झोउ चेनमिंग ने बीजिंग में कहा कि अग्रिम मोर्चे पर तैनात कई वरिष्‍ठ सैन्‍य अधिकारी और कमांडर पेट से संबंधी और अन्‍य बीमारियों से जूझ रहे हैं। झोउ ने कहा, 'कम ऑक्‍सीजन में काम की स्थितियां, कम तापमान, पश्चिमी थिएटर कमांड के ऊंचाई वाले इलाके बहुत कठिन हैं। कोरोनरी हार्ट डिजीज अधिकारियों और सैनिकों में सामान्‍य समस्‍या बन गई है।' बता दें कि 5 साल पहले चीनी सेना में बड़े बदलाव के तहत पश्चिमी थिएटर कमांड का गठन किया गया था। यह कमांड चीनी सेना में सबसे बड़ी है। पिछले साल गलवान घाटी में भारतीय जवानों पर खूनी हमला करने वाले चीनी जवान भी इसी कमान के तहत आते हैं।


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