वॉशिंगटन चीन और ताइवान के बीच खराब होते सुरक्षा हालात के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात की है। इस बातचीत के बाद बाइडन ने कहा कि मैंने ताइवान के मसले पर शी जिनपिंग से बात की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों लोग इस बात पर सहमत हुए हैं कि हम ताइवान समझौते का पालन करेंगे। बाइडन ने शी जिनपिंग से यह बातचीत ऐसे समय पर की है जब चीन पिछले चार दिनों में 100 से ज्यादा फाइटर जेट ताइवान के पास भेज चुका है। चीन के इस कदम से ताइवान के साथ उसके रिश्ते पिछले 40 साल में सबसे खराब हो गए हैं। ताइवान के विदेश मंत्री ने यहां तक ऐलान कर दिया है कि वे जंग की तैयारी कर रहे हैं। चीन के उकसावे वाली कार्रवाई पर जब बाइडन से एक रिपोर्टर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैंने इस संबंध में शी जिनपिंग से बात की है। इस बीच ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने चेतावनी दी है कि कहा कि अगर उनका देश चीन के हाथों में जाता है तो एशिया-प्रशांत क्षेत्र में इसके विनाशकारी परिणाम होंगे। दोनों देशों के बीच ताइवान, व्यापार सहित कई मुद्दों पर मतभेद ताइवानी राष्ट्रपति ने ऐलान किया कि अगर हमारे लोकतंत्र और जीने के तरीके पर आंच आई तो ताइवान अपनी रक्षा के लिए हर वह कदम उठाएगा जो वह उठा सकता है। इस बीच बाइडन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन को चीन के विदेश नीति सलाहकार यांग जिएची के साथ वार्ता के लिए स्विट्जरलैंड भेज रहे हैं। दोनों देशों के बीच ताइवान और व्यापार सहित कई मुद्दों पर मतभेद चल रहा है। यह बैठक ज्यूरिक में बुधवार को होगी। इससे पहले वाइट हाउस ने सोमवार को ताइवान के समीप चीन की सैन्य गतिविधि को उकसावे वाली करार दिया था। उसने कहा था कि वह ताइवान के समीप चीन की उकसावे वाली सैन्य गतिविधि को लेकर चिंतित हैं, जो क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को कमजोर कर रही है। वाइट हाउस ने इस सप्ताह चिंता जाहिर की थी कि बीजिंग अपनी ‘उकसाने वाली’ कार्रवाई से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर कर रहा है। हाल के दिनों में, चीन ने दर्जनों लड़ाकू विमान ताइवान की ओर भेजे हैं, जिसमें सोमवार को सर्वाधिक 56 विमान भेजे गए। अभी ड्रैगन के ताइवान पर हमले का खतरा नहीं चीनी खतरे को देखते हुए अमेरिका के दो और ब्रिटेन का नया एयरक्राफ्ट कैरियर किलर मिसाइलों से लैस डेस्ट्रायर के साथ फिलीपीन्स सागर के पास अभ्यास कर रहा है। इस बीच विशेषज्ञों का कहना है कि चीन भले ही डराने के लिए फाइटर जेट ताइवान के पास भेज रहा है लेकिन अभी ड्रैगन के हमले का खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि ताइवान को लेकर चीन बड़ी चाल चल रहा है और आगे भी वह इस स्वशासित द्वीप पर दबाव बनाता रहेगा।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times
via IFTTT