अंकारा जर्मन पुरातत्व संस्थान ने मंगलवार को घोषणा करते हुए बताया कि तुर्की के पश्चिमी तट पर पहली बार 14,000 साल पुरानी एक बस्ती की खोज की गई है। इस साइट की खोज पिछले साल की शरद ऋतु के दौरान तुर्की और जर्मन वैज्ञानिकों के वैज्ञानिकों की एक टीम ने की थी। यहां डिकिली और बर्गमा शहरों के बीच एक गुफा में खुदाई का पुरातात्विक सर्वे किया गया। पाई गई परतें एपिपेलियोलिथिक काल की हैं। शोधकर्ताओं ने रेडियोकार्बन विधि का इस्तेमाल करके और पत्थर के औजार और हड्डियों जैसी अन्य खोजों की बारीकी से जांच करके उम्र का निर्धारण किया। अन्य खोजें बीजान्टिन और इस्लामी काल के साथ-साथ कांस्य युग से संबंधित हैं। कुछ महीने पहले तुर्की के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से और बर्गामा म्यूजियम के निर्देशन में प्राचीन स्थल पर और शोध करने के लिए छह हफ्ते का खुदाई अभियान चलाया गया था। गुफा में रहते थे शिकारीजिस गुफा में बस्ती की खोज की गई थी उसका इस्तेमाल शिकारियों के रहने और उत्पादन स्थल के रूप में भी किया जाता था। इससे पहले फ्रांस के ल्योन शहर से 128 किलोमीटर दूर पुरातत्वविदों ने एक प्राचीन कैपिटल सिटी की खोज की थी। इस जगह से खोजकर्ताओं को सैकड़ों तरह की अलग-अलग वस्तुएं भी मिली थीं। बताया गया था कि ये सारा सामान यीशु मसीह के जन्म के लगभग 800 साल पहले का है। फ्रांस के ल्योन शहर से मिला खजानाखोजे गए खजानों में कांस्य हथियार और ट्रिंकेट, साथ ही कुम्हार के घड़े और रथ के टुकड़े मिले थे। इतनी मात्रा में प्राचीन सामान मिलने से टूलूज़-जीन जारेस विश्वविद्यालय के पुरातत्वविद काफी खुश हुए थे। उनका दावा था कि यह सेल्टिक कैपिटल सिटी (Celtic capital city) का हिस्सा हो सकता है। यहां से मिली कलाकृतियों को लगभग 800 ईसा पूर्व या फ्रांस के कांस्य युग से संबंधित अर्नफील्ड संस्कृति (1,300 से 800 ईसा पूर्व) के अंत का बताया जा गया था।
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