শনিবার, ২৭ নভেম্বর, ২০২১

कोरोना के नए वैरिएंट ने बढ़ाई दुनिया की टेंशन, अमेरिका और श्रीलंका ने अफ्रीकी देशों पर लगाया ट्रैवल बैन

वाशिंगटन कोरोना का नया वैरिएंट सामने आने के बाद से हालात एक बार फिर सभी देश सतर्क हो गए हैं। दक्षिण अफ्रीका में कोरोनावायरस के नए वेरिएंट मिलने से अमेरिका आठ अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाएगा। ये घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने की है। अपने मुख्य चिकित्सा सलाहकार एंथनी फौसी की सलाह के अनुसार, बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि उनका प्रशासन दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, नामीबिया, लेसोथो, इस्वातिनी, मोजाम्बिक और मलावी से हवाई यात्रा को एहतियाती उपाय के रूप में प्रतिबंधित करेगा। ये प्रतिबंध अमेरिका में नए वेरिएंट ओमाइक्रोन को फैलने से रोकने के लिए लगाए जा रहे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि बाइडन के अनुसार प्रशासन अभी वेरिएंट के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है। उन्होंने अमेरिकियों और दुनिया भर के लोगों से वायरस के खिलाफ टीकाकरण करने का आग्रह किया। यह घोषणा ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस सहित अन्य देशों ने भी की है। अमेरिका में प्रवेश से पहले दिखानी होगी निगेटिव रिपोर्टअमेरिकी मीडिया रिपोर्टों ने वरिष्ठ प्रशासन अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिकी प्रतिबंध अमेरिकी नागरिकों और वैध स्थायी निवासियों पर लागू नहीं होते हैं, लेकिन जिन्हें फिर भी अमेरिका में प्रवेश करना हैं उन्हें पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। दूसरी ओर श्रीलंका भी रविवार से छह दक्षिण अफ्रीकी देशों के अधिकतर यात्रियों को अपनी सीमा में प्रवेश देने पर रोक लगाएगा। श्रीलंकन सरकार ने यह कदम दक्षिण अफ्रीका में इस हफ्ते के शुरुआत में कोविड-19 वायरस के अपेक्षाकृत अधिक घातक स्वरूप ओमीक्रॉन की पहचान होने के मद्देनजर उठाया है। श्रीलंका ने भी छह देशों पर लगाया ट्रैवल बैनस्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार, 'रविवार से दक्षिण अफ्रीका, बोत्स्वाना, जिम्बाब्वे, नामीबिया, लेसोथो और इस्वातिनी से आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से पृथकवास में रहने की आवश्यकता होगी।' परिपत्र में कहा गया, 'कोविड-19 का नया स्वरूप ‘नू’ की पहचान दक्षिण अफ्रीका में की गई है और जो लोग दक्षिण अफ्रीका, बोसत्सवाना, लेसोथो, नामीबिया, जिम्बाब्वे और इस्वातिनी (स्वाजीलैंड) से आएंगे या गत 14 दिनों में वहां पर निवास किया है उन्हें श्रीलंका आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।' टीकाकरण के बाद भी कराना होगा आरटी-पीसीआर टेस्टआदेश में कहा गया कि सप्ताह के आखिर में इन छह अफ्रीकी देशों से आने वाले 12 साल से अधिक उम्र के यात्रियों को भी आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना पड़ेगा, भले ही उनका टीकाकरण पूर्ण हो चुका है। गौरतलब है कि कोविड-19 वायरस के बी.1.1.529 स्वरूप की पहचान इस हफ्ते दक्षिण अफ्रीका में की गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को इस स्वरूप को ‘चिंता उत्पन्न करने वाले स्वरूप’ की श्रेणी में डाला। विश्व निकाय ने वायरस के इस स्वरूप को ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है। इस वायरस की सबसे पहले जानकारी 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिली। इससे संक्रमण के मामले बोत्स्वाना, बेलजियम, हांगकांग और इजराइल में भी मिले हैं।


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