काबुल तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर दूसरी बार कब्जा कर लिया और कुछ हफ्तों बाद अपनी सरकार का भी गठन कर लिया। काबुल में तालिबान के कदम पड़ते ही सालों पुराना रहस्य एक बार फिर उजागर हो गया- तालिबान का सुप्रीम लीडर ? अखुंदजादा जिंदा है या मर गया, इसे लेकर अफगानों की अलग-अलग राय है। यह रहस्य इस कदर गहरा चुका है कि कई विशेषज्ञ भी असमंजस हैं कि आखिर संगठन का नेतृत्व किसके हाथ में है। क्योंकि लंबे समय से अखुंदजादा जनता के सामने नहीं आया है, हालांकि कुछ दिनों पहले एक वीडियो में उसकी मौजूदगी का दावा किया गया था। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार तालिबानी प्रवक्ता ने दावा किया था कि अखुंदजादा जिंदा है और कंधार में है। इसके दो महीने बाद 30 अक्टूबर को खबर आई कि हिबतुल्ला अखुंदजादा को दक्षिणी शहर के एक मदरसे में देखा गया और जहां अखुंदजादा ने लोगों को संबोधित किया है। तालिबानी अधिकारियों ने इन खबरों पर मोहर लगाते हुए एक ऑडियो जारी किया जिसमें अखुंदजादा की आवाज सुनी जा सकती थी। यह ऑडियो 10 मिनट का था जो हकीमिया मदरसे में उनकी मौजूदगी को पुष्टि करता है। 'चेहरा ही देखना भूल गए'मदरसा के सुरक्षा प्रमुख मासुम शकरुल्लाह ने एएफपी को बताया कि जब सुप्रीम लीडर यहां आए थे तब तीन सुरक्षाकर्मी उनके साथ थे। कार्यक्रम स्थल पर किसी को भी सेलफोन या साउंड रेकॉर्डर ले जाने की अनुमति नहीं थी। मदरसे के छात्रों में से एक ने कहा कि हम सब उन्हें देख रहे थे और बस रो रहे थे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह पुष्टि कर सकते हैं कि वह निश्चित रूप से अखुंदजादा ही थे, मोहम्मद ने कहा कि वह और उनके साथी इतने खुश थे कि वे 'उनका चेहरा ही देखना भूल गए'। दूर से देखने वाले ने किया दावामदरसे के प्रमुख मौलवी सैद अहमद ने कहा कि सुप्रीम लीडर की उपस्थिति ने उनकी मौत की अफवाहों को खारिज कर दिया। 13 साल के मोहम्मद मूसा, जिसने अखुंदजादा को दूर से देखा था, ने बताया कि वह बिल्कुल वैसे ही दिख रहे थे जैसे अपनी प्रसिद्ध फोटो में दिखते हैं। तालिबान सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रसारित ऑडियो संदेश में दावा किया गया था कि अक्टूबर में अखुंदजादा ने अपने लड़ाकों और 'बहादुर सैनिकों' से बात करने के लिए दारुल उलूम हकीमा मदरसे का दौरा किया। 10 मिनट की रिकॉर्डिंग आई थी सामनेअखुंदजादा ने रिकॉर्डिंग में कहा कि अल्लाह अफगानिस्तान के उत्पीड़ित लोगों पर रहम करे, इन लोगों ने 20 साल तक काफिरों और उत्पीड़कों से लड़ाई लड़ी। 10 मिनट की रिकॉर्डिंग में अखुंदजादा ने मारे गए तालिबान लड़कों, घायल हुए मुजाहिदीन और अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात के पुनर्निर्माण में शामिल लोगों की सफलता के लिए दुआ मांगी। उसने कहा कि आइए प्रार्थना करें कि हम इस बड़ी परीक्षा से सफलतापूर्वक बाहर आएं। अल्लाह हमें मजबूत रहने में मदद करे।
from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times
via IFTTT