শনিবার, ২৯ জানুয়ারী, ২০২২

दुनिया में कोरोना के बाद अब जानलेवा नियोकोव वायरस ने दी दस्तक, जानें हर सवाल का जवाब

केपटाउन: चीन के शोधकर्ताओं ने एक और नए वायरस नियोकोव (NeoCov) का पता लगाया है। कहा जा रहा है कि ये कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इसे लेकर और अधिक स्टडी की जरूरत है। ये नया वायरस दक्षिण अफ्रीका में मिला है। यह काफी तेजी से फैलता है। वुहान यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह वायरस इंसान की कोशिकाओं में कोरोना वायरस की तरह ही दाखिल होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि एक बार अपना रूप बदलने के बाद यह बेहद खतरनाक हो जाएगा। शोधकर्ताओं के अनुसार, मानव कोशिकाओं में घुसपैठ करने के लिए वायरस के लिए केवल एक म्यूटेशन की जरूरत होती है। बताया जा रहा है कि इस वायरस से संक्रमित हर 3 में से एक की मौत हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नियोकोव पर चीन की स्टडी के बाद रूसी स्टेट वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नॉलजी रिसर्च सेंटर के विशेषज्ञों ने गुरुवार को एक बयान जारी किया।
  1. कैसे पता चला इस नए वायरस के बारे में?दक्षिण अफ्रीका में यह वायरस एक चमगादड़ में मिला है। यह वायरस सिर्फ जानवरों के बीच फैलने के लिए जाना जाता था। फिलहाल यह सिर्फ जानवरों के बीच फैल रहा है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इंसानों में भी ये फैल सकता है।
  2. इसके लक्षण क्या हैं?यह वायरस बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के मामले में कोरोना की तरह ही है। यह 2012 से 2015 के दौरान मिडिल ईस्ट के देशों में फैला था। इससे हुए संक्रमण के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी।
  3. कितना खतरनाक है यह?रिसर्च में नतीजों के आधार पर बताया गया है कि इस वायरस का संक्रमण और मृत्यु दर काफी अधिक है। करीब 35 फीसदी की उच्च मृत्यु दर है यानी हर तीन में से एक संक्रमित की मौत हो जाती है।
  4. कैसे सामने आया यह वायरस?डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, वायरस की उत्पत्ति को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। हालांकि, वायरस के जीनोम विश्लेषण के बाद यह माना जाता है कि इसकी उत्पति चमगादड़ों में हुई थी। बाद के समय में ऊंटों में फैल गई।


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