শনিবার, ৫ জুন, ২০২১

ट्विटर की 'हरकतों' पर अब नाइजीरिया में भी बवाल, सरकार ने इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध

अबूजा भारत समेत दुनिया के कई देशों में ट्विटर की स्वघोषित नीतियों के खिलाफ जमकर बवाल मचा हुआ है। भारत में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के अ...

इस देश में बिका दुनिया का सबसे महंगा कार पार्किंग स्पेस, इतनी कीमत में खरीदा जा सकता है प्राइवेट जेट

हॉन्ग कॉन्ग चीन का उपनिवेश बन चुके हॉन्ग कॉन्ग में प्रापर्टी की कीमतों से पूरी दुनिया वाकिफ है। अब इस शहर के अल्ट्रा लक्जरी डेवलेपमेंट सो...

কোচিং পেশায় জয়সুরিয়া

গোবিখবর ডেস্ক : কোচিং পেশায় যুক্ত হলেন শ্রীলংকার সাবেক কিংবদন্তী সনথ জয়সুরিয়া।  শুক্রবার অস্ট্রেলিয়ার স্বল্প-পরিচিতি ক্রিকেট ক্লাবের প্রধান ...

भारत बातचीत के लिए पूछ नहीं रहा, फिर कश्मीर को लेकर शर्त पर शर्त क्यों रख रहे इमरान खान?

इस्लामबाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पिछले कुछ महीने से भारत से बातचीत के लिए लालायित दिख रहे हैं। आजकल जब भी उन्हें बोलने का मौका मिलता ह...

केप टाउन दक्षिण अफ्रीका में का एक हैरान कर देने वाला केस सामने आया है। यहां एक 36 साल की HIV पॉजिटिव महिला को वायरस का इन्फेक्शन 216 दिन तक रहा और इस दौरान वायरस में 30 बार म्यूटेशन हुआ। वायरस के स्पाइक प्रोटीन में 13 बार म्यूटेशन हुआ। स्पाइक प्रोटीन को पहचानकर ही ज्यादातर वैक्सीन वायरस पर असर करती हैं। यही नहीं, 19 बार हुए म्यूटेशन ने इसे अलग तरह से प्रभावित किया। अभी यह साफ नहीं है कि महिला से ये म्यूटेशन किसी और में भी ट्रांसमिट हुए हैं या नहीं। प्री-प्रिंट जर्नल medRxiv में यह स्टडी गुरुवार को छपी है। लॉज ऐंजिलिस टाइम्स से बातचीत में स्टडी के लेखक टूलियो डि ओलिवीरा ने बताया है कि अगर ऐसे और मामले मिलते हैं तो इससे आशंका नजर आएगी कि HIV इन्फेक्शन नए वेरियंट का सोर्स हो सकता है। ऐसे मरीजों में वायरस लंबे वक्त तक रहता है जिससे उसे म्यूटेट होने का मौका मिलता है। उन्होंने बताया कि इस केस के बारे में शायद किसी को पता भी न चलता क्योंकि महिला के शुरुआती इलाज के बाद हल्के-फुल्के लक्षण ही थे जबकि वायरस उनके अंदर मौजूद था। HIV पॉजिटिव लोगों पर स्टडी में मिला केस इस खास केस का पता तब चला जब महिला 300 HIV पॉजिटिव लोगों पर की गई एक स्टडी में शामिल हुईं। यह भी पाया गया कि चार और लोगों में कोरोना वायरस एक महीने से ज्यादा वक्त के लिए था। इससे पहले सिर्फ एक केस ऐसा आया है जहां लंबे वक्त के लिए HIV पॉजिटिव इंसान में वायरस देखा गया है। ऐसे लोगों में जहां इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जैसे किडनी ट्रांसप्लांट के मरीजों में, उनमें पहले भी लंबे वक्त तक वायरस देखा गया है। यह रिसर्च कई मायने में अहम साबित हो सकती है। खासकर अफ्रीका के लिए जहां 2020 में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को HIV था। WHO ने शुक्रवार को कोविड के बढ़ते मामलों पर चेतावनी दी है कि यहां तीसरी लहर का खतरा दिखाई दे रहा है। from World News in Hindi, दुनिया न्यूज़, International News Headlines in Hindi, दुनिया समाचार, दुनिया खबरें, विश्व समाचार | Navbharat Times

  केप टाउन  दक्षिण अफ्रीका में का एक हैरान कर देने वाला केस सामने आया है। यहां एक 36 साल की HIV पॉजिटिव महिला को वायरस का इन्फेक्शन 216 दिन ...

Coronavirus महामारी के 'जन्मस्थान' चीन तक पहुंचा भारत में मिला वेरिएंट, लॉकडाउन जैसा हाल

पेइचिंग कोरोना वायरस इन्फेक्शन के सबसे पहले केस चीन में पाए गए थे। अब करीब डेढ़ साल बाद भारत में पाया जाने वाला वेरियंट दक्षिण चीन के गुआ...

दक्षिण अफ्रीका: HIV पॉजिटिव महिला में 216 दिन तक रहा Coronavirus, 30 बार हुआ म्यूटेशन

केप टाउन दक्षिण अफ्रीका में का एक हैरान कर देने वाला केस सामने आया है। यहां एक 36 साल की HIV पॉजिटिव महिला को वायरस का इन्फेक्शन 216 दिन ...

শুক্রবার, ৪ জুন, ২০২১

Expensive Mars Soil: 9 अरब डॉलर का NASA-ESA का मंगल मिशन, आखिर क्यों इतनी कीमती है लाल ग्रह की मिट्टी?

पिछले साल जुलाई में लॉन्च किए गए अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के रोवर Perseverance ने मंगल ग्रह पर अपना काम शुरू कर दिया है। हालांकि, जीवन की ख...