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हम हर चीज की गुणवत्ता में समझौता कर सकते हैं, लेकिन अच्छी स्वास्थ्य सेवा के बिना कोई समझौता नहीं कर सकता है। भारत में हेल्थ इन्शुरन्स प्लान की मांग लगातार बढ़ती जा रही है, जिसे देखते हुए देश में कई ऐसी कई इन्शुरन्स कंपनियां हैं, जो स्वास्थ्य बीमा योजनाएं प्रदान करती हैं। यदि आप भी हेल्थ इन्शुरन्स प्लान खरीदने की तैयारी कर रहे हैं, तो सबसे पहले इस बारे में अच्छे से जानकारी ले लें। ऐसा इसलिए क्योंकि स्वास्थ्य बीमा के बारे में अधूरी जानकारी होना बाद में आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
चिकित्सा क्षेत्र व स्वास्थ्य बीमा में ऐसे कई फीचर होते हैं, जिनके बारे में हमें पता नहीं होता है या फिर बहुत ही कम जानकारी होती है। ऐसा ही कुछ डे केयर और आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) में होता है, क्योंकि अधिकतर लोग इन्हें एक ही समझ लेते हैं। हालांकि, वास्तव में इनमें काफी अंतर होता है। वैसे तो हमने हेल्थ इन्शुरन्स में डे केयर और ओपीडी कवरेज के बारे में आर्टिकल लिखे हुए हैं, लेकिन इस लेख में हम इन दोनों के बीच के अंतर की जानकारी देंगे। इस लेख का मुख्य उद्देश्य हेल्थ इन्शुरन्स में ओपीडी और डे केयर बीच का अंतर स्पष्ट करना है, ताकि आप हेल्थ इन्शुरन्स प्लान खरीदते समय उलझन में न पड़ें और अपने व परिवार के लिए एक अच्छा प्लान चुन सकें।
(और पढ़ें - सबसे अच्छा हेल्थ इन्शुरन्स कौन सा है)
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