বৃহস্পতিবার, ৩০ ডিসেম্বর, ২০২১

भारत में बनेगा दुनिया का सबसे खतरनाक टैंक T-14 अर्माटा ?, दोस्‍त रूस का बड़ा ऑफर

मास्‍को/नई दिल्‍ली भारत को पिछले कई दशक से अत्‍याधुनिक हथियार मुहैया कराने वाले रूस ने अब दुनिया के सबसे आधुनिक टैंक T-14 अर्माटा की तकनीक का ऑफर भारत को दिया है। रूस ने यह बड़ा ऑफर इसलिए दिया है ताकि इसके आधार पर दोनों देश नए आर्मर्ड वीकल का विकास कर सकें। दोनों देशों के बीच भारतीय सेना की जरूरतों को ध्‍यान में रखते हुए विशेष उपकरण बनाने पर भी बातचीत हो रही है। इस बातचीत में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोयगू भी शामिल थे। रूसी राष्‍ट्रपति हाल ही में भारत में आए थे और इस दौरान यह बातचीत हुई थी। रूसी अधिकारी वेलेरिया रेशेतनिकोवा ने मंगलवार को कहा, 'भारतीय भागीदारों को काम के लिए नए क्षेत्रों का ऑफर दिया गया है। इसमें अर्माटा के प्‍लेटफार्म पर भारतीय सेना की जरूरत के आधार पर आर्मर्ड वीकल बनाना शामिल है। खासतौर पर तब जब भारतीय सेना नए मुख्‍य युद्धक टैंक को बनाने पर अपना काम तेज करने की योजना बना रही है।' भारत पहले ही रूस निर्मित टी-90 और टी-72 टैंक का इस्‍तेमाल कर रहा है। रिमोट कंट्रोल से ऑपरेट हो सकता है टी-14 आर्मटा टैंक रूस ने अपने इस नए टैंक को सबसे पहले साल 2015 में दुनिया के सामने अपने विक्‍ट्री डे परेड में पेश किया था। इसके बाद से ही रूस अपने टी-14 आर्मटा टैंक और घातक बनाने की तैयारियों में जुटा हुआ है। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनिया का सबसे शक्तिशाली टैंक आर्मटा अब बिना क्रू मेंबर्स के अपने निशाने पर गोले दागने में सक्षम है। इससे रूस की भविष्य में होने वाले जंग की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। टी-14 आर्मटा टैंक को हाल में ही रिमोट कंट्रोल के जरिए टेस्ट किया गया है। इसमें दूर बैठे इसके चालक दल न रिमोट कंट्रोल से इस टैंक को बखूबी चलाया है। रिमोट कंट्रोल के कारण इस टैंक के क्रू सैकड़ों लीटर फ्यूल और टैंकों के गोले की रेंज से बाहर सुरक्षित रहेंगे। दरअसल, अक्सर यह देखा जाता है कि शॉर्ट सर्किट या किसी लापरवाही के कारण टैंक के फ्यूल या विस्फोटकों में आग लग जाती है और इसका खामियाजा टैंकों के अंदर बैठे क्रू को भुगतना पड़ता है। लेकिन, दूर से इस टैंक को ऑपरेट करने के दौरान न तो दुश्मनों के एंटी टैंक मिसाइलों और न ही किसी दुर्घटना से इन चालकों को कोई खतरा होगा। कितना खतरनाक है टी-14 आर्मटा टैंक टी-14 आर्माटा टैंक रूसी सेना का मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) है। 80 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड से चलने वाली इस टैंक का वजन करीब 55 टन है। इस टैंक को पहली बार 2015 में बनाया गया था। तब से लेकर अब तक रूसी सेना के परेड में कई बार इन टैंकों को प्रदर्शित किया जा चुका है। रूस की आर्मटा को नेक्स्ट जेनरेशन का टैंक माना जाता है।यह टैंक 125 एमएम के स्मूथबोर कैनन से लैस होती है, जो 10 से 12 राउंड प्रति मिनट के दर से गोले दागने में सक्षम है। इस टैंक से एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल को भी फायर किया जा सकता है, जो दुश्मन के लो फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स जैसे हेलिकॉप्टर या छोटे ड्रोन का मार गिराने में सक्षम है। अभी तक इस टैंक के केवल 20 यूनिट को ही बनाया जा सका है। हालांकि, रूसी सेना इसके भी अपडेट वर्जन टी-15 आर्मटा का उपयोग कर रही है।


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